शुक्रवार, 6 जनवरी 2012

वापस आ रहा हूं..

न जाने २०११ में क्यूं कुछ लिख ना सका, इस साल २०१२ में बहुत बातें कहनी है, करनी है अपने इस निशब्द के माध्यम से...