शुक्रवार, 25 जनवरी 2008

आई.पी.एल.के लिये भी तो खिलाडी चाहिये

वर्त्तमान ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिये वन-डे टीम का चयन किया गया तो उसमें दो वरिष्ठ खिलाडी को नहीं चुना गया.राहुल द्रविड और सौरव गांगुली की जगह नये खिलाडियों को मौका दिया गया.गांगुली को खराब फील्डिंग के कारण निकाला जा रहा हैं जब कि राहुल द्रविड जब टेस्ट में ही इतनी गेंद ले रहे हैं रन बनाने के लिये तो फिर वन-डे में क्या वे खाक रन बना पायेंगे.इसी बाच तरह तरह कि अफवाह चली कि धोनीअपनी टीम में युवा खिलाडी चाहते थे. वेंकटेश प्रसाद के कहने पर ऐसा हुआ. टीम में सीनियर और जूनियर खिलाडियों के दो धडे बन गये हैं.तरह तरह के कयास लगाये जा रहे हैं.जब कि ऐसा कुछ नही हैं.
बी.सी.सी.आई. की मह्त्त्वाकांक्षी योजना 'इंडियन प्रीमीयर लीग' की शुरूआत अप्रैल महिने से होनी है,इसके लिये भी तो खिलाडी चाहिये.तो क्यों ना कुछ ऐसा किया जाये कि ये खिलाडी पूरी तरह से इस धनकुबेर प्रतिस्पर्धा में तन और मन से लग जाये,धन तो इनपर बरसेगा ही साथ ही साथ बी.सी.सी आई. के भी वारे-न्यारे हो जायेंगे.यह एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा हैं.
दादा और द्रविड को वन-डे से आराम देकर ट्वेंटी-२० में अपने जौहर दिखाने का मौका दे रही हैं बी.सी.सी.आई. यहाँ आराम का मतलब संन्यास ले लेने से हैं.इसलिये अगले दिन ही अखबारों में यह खबर दिखायी दी कि इन खिलाडियों को ऑइकॉन खिलाडी के रूप में देखा जायेगा.अब तो कुछ दिनों बाद इन खिलाडियों की बोली लगने वली हैं.अब खिलाडी भी बिकेंगे. बोर्ड का सिर्फ एक ही मकसद हैं किसी तरह अपनी तिजोरी भरना.टीमें तो बिक ही चुकी हैं,अब खिलाडी बिकेंगे.
आई.सी.एल. और आई.पी.एल. सरीखी प्रतियोगिताओं के शुरू होने के बाद जो अंतर्राष्ट्रीय खिलाडी संन्यास ले लेता है,उसके तत्काल खेलने और अधिक से अधिक पैसा बनाने की चाह तो पूरी हो जाती हैं लेकिन जो खिलाडी अपने देश की तरफ से कुछ दिन और खेलना चाहता है,उसे अपने कैरियर के ढलान पर वैसा ही प्रदर्शन करना पडेगा जैसा कि वो अपने सुनहरे दौर में किया करता था.सब बढती प्रतिस्पर्धा का नतीजा हैं.
ऐसी स्थिति में क्रिकेट में काफी दिनों से चले आ रहे कहावत का भी कोई मायने नहीं रह जायेंगे- फॉर्म इस टेम्पररी,क्लास इज पर्मानेंट. खराब फॉर्म तो क्लास दिखाने इन लीगों में शामिल हो पैसा बनाइये ना कि सेलेक्टरों के लिये सिरदर्द बनिये.देश के लिये तो आपने खेला ही अब कुछ दिनों के लिये इन धनकुबेरों के लिये खेलिये.

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