सोमवार, 26 नवंबर 2007

२६ को ही क्यों आते है भूकंप?

तारीख: २६ नवम्बर,२००७
समय : ४:४२ प्रातः
स्थान : दिल्ली व आस-पास का इलाका.

जाडे की सर्द सुबह. लोग अपने रजाई व कंबलों में सोये थे तभी अचानक धरती के हिलने के साथ लोगो का सडकों पर भागना शुरू हुआ.भूकंप के झटके महसूस किये गये.पूरी दिल्ली जग गयी.समाचार-चैनलों ने अपने दफ्तर में महसूस किये हुये झटके के फूटेज को ही दिखाना शुरू किया. ४.३ रिक्टर तीव्रता वाले भूकंप से कोई नुकसान तो नहीं हुआ,लेकिन तारीख की बात करे तो अभी हाल में आये हुये भूकंप और सुनामी जैसी विपदाओं की बात करे तों २६ नवंबर २००४ को भारत के दक्षिणी समुद्री तट पर सुनामी का कहर आया हो या २६ जनवरी २००१ को गुजरात के कच्छ इलाके में महसूस किये हुये झटके हो.
भारत में हाल में जितनी भी प्राकृतिक आपदाऍ जो हमारी स्मृति में ताजा हैं वो तो कम से कम २६ तारीख को ही आयी हैं.इसके संदर्भ में ऐसा हो सकता हैं कि २६ के दोनों अंकों को जोडने से २+६=८ बनते है और ये ८ संख्या की बात करे तो पाते हैं कि यह अँग्रेजी में ८ दो शून्यों को जडने से बना हैं जो पृथ्वी के ऊपर एक और पृथ्वी का परिचायक हैं. इन दोनों में अस्थिरता आने पर भूकंप आता हैं,चूँकि २६ को ही यह संतुलन गडबडाता हैं,अतः इसी तारीख को भूकंप आने की ज्यादा संभावना रहती हैं.
अंक-ज्योतिषियों की भी इससे मिलती जुलती राय हो सकती हैं,लेकिन आने वाले २६ तारीखों को तो हम कम से कम सावधान रह ही सकते है.

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